चीनी खुफिया संस्था CAIFC के साथ राजीव गांधी फाउंडेशन ने किया है गठजोड़
चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के लिए खुफिया जानकारी जुटाती है CAIFCराजीव गांधी फाउंडेशन को चीन से फंडिंग मिलने का दावा कर चुके हैं केंद्रीय कानून मंत्री
राजीव गांधी फाउंडेशन के चीन कनेक्शन को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है. राजीव गांधी फाउंडेशन की वेबसाइट का हवाला देते हुए अमित मालवीय ने ट्वीट किया, 'साल 2004-05 में राजीव गांधी इंस्टीट्यूट फॉर कंटेम्पोरेरी स्टडीज द्वारा शुरू की गई गतिविधियों में से एक है चाइना एसोसिएशन फॉर इंटरनेशनल फ्रेंडली कॉन्टैक्ट (CAIFC) के रूप में सूचीबद्ध होना.'
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने कहा, 'CAIFC चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की छवि बनाने, खुफिया जानकारी जुटाने और प्रोपेगेंडा चलाने का काम करती है.' अमित मालवीय ने राजीव गांधी फाउंडेशन की वेबसाइट में 'हमारी कहानी' सेक्शन में दी गई गतिविधियों और CAIFC के काम की जानकारी के स्क्रीनशॉट को भी ट्वीट किया है.
इससे पहले केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दावा किया था कि चीन ने राजीव गांधी फाउंडेशन के लिए 90 लाख फंडिंग की है. रविशंकर प्रसाद ने सवाल किया था कि कांग्रेस पार्टी बताए कि आखिर चीन का ये प्रेम कैसे बढ़ गया? केंद्रीय कानून मंत्री ने यह भी आरोप लगाया था कि कांग्रेस के कार्यकाल में ही चीन ने हमारी जमीन पर कब्जा किया. कानून के तहत कोई भी पार्टी सरकार की इजाजत के बिना विदेश से पैसा नहीं ले सकती. कांग्रेस पार्टी स्पष्ट करे कि इस डोनेशन के लिए क्या सरकार से मंजूरी ली गई थी?
रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि राजीव गांधी फाउंडेशन के लिए डोनर की सूची 2005-06 की हैं, जिसमें साफ लिखा है कि चीन के एम्बेसी ने डोनेट किया. अब सवाल यह है कि आखिर ऐसा क्यों हुआ? ऐसा करने की क्या जरूरत पड़ी? इसमें कई उद्योगपतियों और पीएसयू का भी नाम है. क्या ये काफी नहीं था कि चीन एम्बेसी से भी रिश्वत लेनी पड़ी.
भारतीय जनता पार्टी ने राजीव गांधी फाउंडेशन को लेकर कांग्रेस को उस समय घेरना शुरू किया है, जब भारत और चीन सीमा पर तनाव चल रहा है. 15 जून की रात गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें भारतीय सेना के कर्नल संतोष बाबू समेत 20 जवान शहीद हो गए थे. राहुल गांधी चीनी घुसपैठ और जवानों की शहादत को लेकर लगातार मोदी सरकार पर सवाल दाग रहे हैं.
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